आंचल

आंचल                                                                                                        
मां के आंचल में हर बच्चे का
हमेशा जीवन सुरक्षित रहता है ।
मां की ममता स्नेह प्यार भी
मां के आंचल में ही मिलता है ।

भूख लगे तो बच्चा रोता है
मां आंचल का दूध पिलाती है ।
दूध पीकर बच्चा खुश होता है
मां भी तो खुश हो जाती है ।

मां बच्चे के बीच का रिश्ता
बहुत ही नाज़ुक होता है ।
बच्चे के हर सुख दुख का
मां को ही हरदम होता है ।

उठने बैठने चलने में जब भी
बच्चे को चोट भी लगती है ।
चोट लगे तो बच्चा रोता है
और दर्द मां को भी होता है ।

बच्चे को उठाती सीने से लगाती
चूमती और गले से भी लगाती
आंचल का भी वो दूध पिलाती ।
बच्चे की चोट से दुखी भी होती ।

मां और बच्चे का स्नेह प्यार
देखकर मन खुश हो जाता है ।
अपने बचपन की यादों में
कुछ पल को मन खो जाता है ।

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

दुर्गा भाभी भारत के स्वतंत्रता संग्राम में क्रांतिकारियों

Why our children are more prone towards suicides

मनुष्य का आत्मा कर्म करने में स्वतन्त्र और फल भोगने में परतंत्र है